चंद्रपुर।।हरेली पर्व के शुभ अवसर पर स्थानीय विद्यालय सरस्वती अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम के साथ-साथ विभिन्न रचनात्मक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण संरक्षण, लोक संस्कृति की जागरूकता, और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना था।
इस अवसर पर छात्रों द्वारा विद्यालय परिसर में नीम, आम, पीपल, अमरूद, गुलमोहर जैसे पौधों का रोपण किया गया। पौधारोपण के दौरान विद्यार्थियों ने पोस्टर पर नारे लिखकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया, जैसे – *”पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ”* और *”धरती को हरा-भरा बनाएं”*।
कार्यक्रम में विभिन्न रोचक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं:
– फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता: छोटे बच्चों ने पेड़, फूल, फल और सब्जियों के पोशाक पहनकर मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। उनका पोशाक न केवल आकर्षक था, बल्कि उसमें पर्यावरण से जुड़ा सामाजिक संदेश भी समाहित था।
– चित्रकला प्रतियोगिता: विद्यार्थियों ने पेड़ और पौधों से संबंधित चित्रों में सामाजिक संदेश के साथ अपनी कलात्मक प्रतिभा को उकेरा।
– कार्ड निर्माण प्रतियोगिता: छात्रों ने पर्यावरण विषयक सुंदर ग्रीटिंग कार्ड बनाए, जिनमें प्रेरणादायक संदेश थे।
– पोस्टर प्रतियोगिता: छात्रों ने पोस्टरों के माध्यम से वृक्षारोपण के महत्व को रेखांकित किया।
– पारंपरिक परिधान प्रदर्शन: “हरेली थीम” पर आधारित इस प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर सांस्कृतिक गौरव का प्रदर्शन किया।
– गेड़ी प्रतियोगिता: हरेली पर्व की परंपरा के अनुसार विद्यार्थियों ने रंग-बिरंगी गेड़ी बनाकर प्रस्तुत की, जिससे ग्रामीण संस्कृति की झलक दिखाई दी।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को उनके योगदान के लिए प्रशंसा-पत्र दिए गए और सभी ने मिलकर “प्रकृति हमारी मां है, इसका संरक्षण हमारा धर्म है” का सामूहिक संकल्प लिया।
इस आयोजन ने छात्रों में सामाजिक उत्तरदायित्व, पर्यावरणीय चेतना और सांस्कृतिक जुड़ाव को गहराई से स्थापित किया।

